1.करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले,हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले। 2.जो चाहा जब भी चाहा मिला वही मुझको,अब किसी बात का गिला नहीं मुझको 3.मत इंतज़ार कराओ हमे इतनाकि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जायेक्या पता कल तुम लौटकर …
हिंदी शायरियाँ
1.करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले,हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले। 2.जो चाहा जब भी चाहा मिला वही मुझको,अब किसी बात का गिला नहीं मुझको 3.मत इंतज़ार कराओ हमे इतनाकि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जायेक्या पता कल तुम लौटकर …
१.यादों की धुंध में तेरी परछाई सी लगती है,सन्नाटे में गूंजती शहनाई सी लगती है,तुम करीब हो तो अपनापन है,वरना सीने में साँस भी पराई सी लगती है॥ २.कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर दुनिया लुटा देते,हर एक ने धोखा दिया,किस-किस को भुला देते,अपने दिल का दर्द दिल में ही रखा,करते बयान तो महफ़िल को …
१.कितने चेहरे हैं इस दुनिया में,पर हमको एक ही चेहरा नज़र आता है,दुनिया को हम क्या सिखाएँ,यादों में ही सारा वक़्त गुज़र जाता है॥ २.मिलकर जुदा हुए तो ना सोया करेंगे हम,एक-दूसरे की याद में रोया करेंगे हम,आंसू छलक-छलक कर सतायेंगे रात भर,मोती पलक-पलक में पिरोया करेंगे हम,जब दूरियों की आग दिलों को जलायेगी,जिस्मों को …
१.उनके लिए पैग़ाम लिखते हैं,साथ गुजरी बातें तमाम लिखते हैं,दीवानी हो जाती है वो कलम भी,जिस कलम से हम उनका नाम लिखते हैं॥ २.अंजाम-ए-मोहब्बत यही होता है ज़माने में,जल जाते हैं परवाने शमा के जलने से पहले॥ ३.चाँद से पूछो या मेरे दिल से,तन्हा कैसे रात बिताई जाती है,कागज़ की नाव दरिया में बहाकर,तूफानों से …
1.दोस्ती की अनदेखी सूरत हो तुम,किसी की ज़िन्दगी की ज़रुरत हो तुम,खूबसूरत तो फूल भी बहुत होते हैं,पर किसी के लिए फूल से भी खूबसूरत हो तुम.. 2.ज़रा शिद्दत से तारे तोड़ने की ज़िद तो ठानो तुम,अगर किस्मत नहीं आई तो मेहनत काम आएगी….. 3.लोग इश्क को खुदा कहते हैं,मगर कोई इश्क करे तो उसे …
कुछ रिश्ते अनजाने में बन जाते हैं,पहले ज़िन्दगी फिर दिल से जुड़ जाते हैं,कहते हैं उस दौर को “दोस्ती”,जिसमे अनजाने ना जाने कब अपने बन जाते हैं… कुछ करके दिखाएं कि काम बहुत हैं,इस जहां में जीतना वाले मुक़ाम बहुत हैं,मुकम्मल शख्स वो ही है जो दुनिया को बदल डाले,मर मिटने वाले यहाँ नाम बहुत …
इंसानों के कन्धों पर इंसान जा रहे हैं,कफ़न में लिपटे हुए कुछ अरमान जा रहे हैं,जिन्हे मिली मोहब्बत में बेवफाई,वफ़ा कि तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं… ज़िन्दगी में अभी तो बहुत चलना बाकी है,अभी तो कई इम्तेहानों से गुज़ारना बाकी है,हमें लड़ना है ज़िन्दगी कि सभी मुश्किलों से,अभी तो नापी है बस मुट्ठी …
बनाने वाले ने भी तुझे,किसी कारण से बनाया होगा,छोड़ा होगा जब ज़मीन पर तुझे,उसके सीने में भी दर्द तो आया होगा…. अपना तो चाहतों में यही उसूल है,जब तू क़ुबूल है,तो तेरा सब कुछ क़ुबूल है… आप खुद नहीं जानती आप कितनी प्यारी हो,जान तो नहीं हमारी पर जान से प्यारी हो,दूरियों के होने से …
मांगी थी दुआ मैंने रब से,देना कुछ ऐसा जो हो अलग सबसे,मिला दिया हमको उसने आपसे,और कहा सम्भालो यही है अनमोल सबसे.. सांसें बनकर साथ निभाएंगे,कोशिश रहेगी कि आपको नहीं सतायेंगे,कभी पसंद ना आये साथ हमारा तो बता देना,महसूस भी ना कर पाओगे इतना दूर चले जायेंगे… उनकी चाहत में दिल मजबूर हो गया,बेवफाई करना …