हिन्दी काव्य संग्रह

एक दिन जब शाम ढल रही थी,मैं छत की मुंडेर पर बैठा हुआ था,देख रहा था,घोंसलों में वापस जाते पंछियों को,देख रहा था पवन के संग झूमती बदलियों को,सोच रहा था की कैसा हसीं था वो लम्हा,वो पल,जब साथ तुम मेरे थीं,और रात थी बोझिल,उस सामान को भी तुमने बहारों सा हसीं बना दिया,एक बार …

एक कविता…. Read More »

निगाहें निगाहों से मिलकर तो देखो,नए लोगों से रिश्ता बनाकर तो देखो,हसरतें दिल में दबा कर रखीं हैं किसलिए,कभी अपने होठों को हिलाकर तो देखो,खामोश रहने से भी कभी कुछ हासिल हुआ है,दिल कि बात किसी को बताकर तो देखो,दिल कि बात किसी को बताकर तो देखो,आसमान सिमट जाएगा तुम्हारे आग़ोश में,चाहत कि बाहें ज़रा …

कविता…. Read More »

अच्छा लगता है,जब तुम तारीफ करते हो मेरी,जब तुम्हे यद् रहती है हमारी शादी की सालगिरह,जब तुम यूँ ही बिना किसी वजह के फ़ोन करते हो,या फिर जब तुम कभी मुझे यूँ ही चुपचाप देखते हो,यह सोचकर कि मैं नहीं देख रही तुम्हे देखते हुए अच्छा लगता है जब तुम ट्रेन में,खिड़की वाली सीट मेरे …

अच्छा लगता है… Read More »

कितनी सादगी है तुझमें ए हसीं,ये तो गुलशन कि बहारों से पूछो,कितनी खूबसूरती छिपी है तुझमे,ये तुम इन नजारों से पूछो, लोग समझ ना जाएँ कहीं प्यार अपना,इसीलिए तुम ज़रा इशारों से पूछो,किस हद तक किया हमने इंतज़ार तुम्हारा,ये हमारी उम्मीदों के सहारों से पूछो, झूठे बयानों ने किया है जुदा हमको,ये बात अपने तरफदारों …

पूछो…. Read More »

दुनिया की इस महफ़िल में मोहब्बत मिलती है किस्मत से,बना दो ज़िन्दगी को जन्नत,ऐसी चाहत मिलती है किस्मत से,छिपा लो एहसास के उन लम्हों को महकती फिजाओं में,कर दो निसार खुशियों को प्यार कि उन बाहों में,निभाना साथ उस दिल का,धड़कता है जो तुम्हारे लिए बेरहम इस दुनिया में,क्यूंकि साँसें भी मिलती हैं किस्मत से.. …

किस्मत से.. Read More »

कौन है जो एक साए कि तरह मेरे दिल को छू जाती है,कभी पास से,कभी दूर से,एक आवाज़,एक नगमा,एक गीत बनकरमेरी रग-रग में समा जाती है,कौन है जो मेरी तन्हाई का एहसास दिलाती है,खालीपन-सूनापन छोड़ जाती है,कौन है जो मुझमे होकर भी मेरे साथ नहीं है,मैं उसे देखना चाहता हूँ,मैं उसे जानना चाहता हूँ,मैं अपनी …

कौन है वो…. Read More »

हज़ारों जुगनू हों तो भी चाँद कि रौशनी कभी कम ना होगी,दूर हुए तो क्या,हमारी मोहब्बत कभी कम ना होगी,जान जाए तो भी ग़म नहीं,वफायें हमारी कभी कम ना होगी,मेरे महबूब तेरी दीवानगी कि क़सम,अँधेरा दुनिया का छाया तो भी,मेरे दिल में तुम्हारी यादें कभी कम ना होगी,तेरे नूर से रौशन है यह दुनिया,क़यामत के …

मेरी चाहत…. Read More »

पल भर में तमाम उम्र की सोचें बदल जाती हैं,जिन राहों पे चलते हैं,वो राहें बदल जाती हैं,करने को क्या नहीं करते लोग मोहब्बत में,सिर्फ हमारे लिए ही क्यूँ रस्में बदल जाती हैं,वो ऐसी है की उसका नाम सुन ने के तसव्वुर से ही,हमारी तमाम हसरतें बदल जाती हैं,सोचता हूँ जाने कैसे कह पाऊंगा मैं …

पल भर में… Read More »

मुझे बस इतना कहना है कभी मैं याद आऊं तोकभी तन्हाई की रातें , तुम्हें ज्यादा सतायें तोकभी तित्तली ना बोले तो , और जुगनू लौट जायें तोकभी जब दिल भी भर जाये , कोई ना सुन ना पाये तोकभी जब दोस्त साथी जो तुम से रूठ जायें तोकभी जब खुद से लड़ कर थकन …

जब मेरी याद आये तो Read More »

न मै दीवाना कहती हूँ न तो पागल समझती हूँतेरी यादो को इन पैरों की अब पायल समझती हूँहमारे दिल की दूरी घट नहीं सकती कभी क्यूंकिन तुम मुझको समझते हो न मै तुमको समझती हूँ मोहब्बत एक धोका है मोहब्बत एक फ़साना हैमोहब्बत सिर्फ ज़ज्बातों का झूठा कारखाना हैबहुत रोई हैं ये आँखें मोहब्बत …

कोई दीवाना कहता है… (नायिका की तरफ से) Read More »