तेरी आँखों में आकर बोलती है,ग़ज़ल जो दिल के दीवानों में चुप है…कहानी एक अंजानो में चुप है.नदी आकर मैदानों में चुप है,लबों पर सिर्फ दुनिया की कहानी,तुम्हारी बात अफसानो में चुप है..हैं नंगे हम सभी हम्माम में,मगर ये बात परिधानों में चुप है,ना पंछी उड़ सके पिंजरों से आगे,कथा परवाज़ की दानों में चुप …
Month: October 2020
कभी अपनी हँसी पर भी आता है गुस्सा,कभी सारे जहां को हँसाने को जी चाहता है,कभी छुपा लेते हैं ग़मों को दिल के किसी कोने में,कभी किसी को सब कुछ सुनाने को जी चाहता है,कभी रोता नहीं दिल टूट जाने पर भी,और कभी बस यूँ ही आँसू बहाने को जी चाहता है,कभी हँसी सी आ …
बिन मय बहकें मेरे क़दम,लेकिन मैं मदहोश नहीं हूं | दिखे अनजाने सारे जाने चेहरे,लेकिन मैं मदहोश नहीं हूं | जब तब थम जाये सोच मेरी,लेकिन मैं मदहोश नहीं हूं | हर दूजे पल बहके धङकन मेरी,लेकिन मैं मदहोश नहीं हूं | ख़ाली जैसे सारे जज्ब़ मेरे,लेकिन मैं मदहोश नहीं हूं | निहारे एक-टक उस …
एक तन्हा मुसाफिर था,राहों पे यूं चलते हुयेअपनी ही धुन में ग़ाफिल था आयी लहर थी कुछ सपनों की,नए राहें रौशनी उसने भीदेखी थी वहां झलक अपनों की अन्जान न था वो दुनिया के दस्तूर से,वो टूटते जज्बो़ से देखेइन्सानी चेहरे होते बेनूर से फिर शामिल वो भी था उस जमात में,बनते जहां कम ही …
व्यथा है, एक कथा है, प्रेम की सदैव यही प्रथा है,वर्ष बीते अनेक किंतु प्रेम बलिदान ने इतिहास रचा है,प्रीत रीत उस भले मानस की,आज भी प्रेरणास्त्रोत उंचा है, कितने राजे आये,प्रेम पंरपरा न डिगा पाये,कोयल सी इस कूक को, गीदड़बग्घी से न उरा पाये,कष्ट, पीड़ा की न सीमा,पर न कोई इसे मिटा पाये, प्रेम …
आज तक बहुत कुछ खोया है हमने,लेकिन आज कुछ पाने को दिल चाहता है.हर हालात को ख़ुशी से क़ुबूल किया है हमने,लेकिन आज उनसे लड़ने को दिल चाहता है.अब तक थे जिंदगी में तनहा हम लेकिन,अब किसी को अपना बनाने को दिल चाहता है.न जाने कब से नहीं सोये हैं हम लेकिन,आज जी भरके सोने …
कहता है दिल की चाहूँ तुझेबस यूँ ही..पल-पल छिप-छिपकर देखूँ तुझेबस यूँ ही..नींद जब ले रही हो तुम,तो साँसों को तुम्हारी सुनूँ..बस यूँ ही..सुबह की पहली किरण के साथ तेरे माथे की जुल्फें हटाऊँ मैं,बस यूँ ही..हर दुआ में तेरा साथ मांगूँहर ख्वाब में तेरा प्यारबस यूँ ही..कभी जब घर पर अकेली हो तुम,तो फ़ोन …
मन कहता है की बीत जाए यह ज़िन्दगी,तेरी जुल्फों के साए में खेलते हुए,हर धूप-हर छाँव ज़िन्दगी की बीत जाए,तेरी जुल्फों के साए में खेलते हुए,तेरी आँखों ने देखें हैं जो ख़्वाब हसीं,उन्हें पूरा करने निकल जाऊँ मैं,रास्ते में आने वाली मुश्किलों को जीत ता हुआइस जीवन के भंवर से पार लग जाऊँ मैं,तेरी जुल्फों …
कही-अनकही सी बातें सब जानी-पहचानी सी लगती है,तुझसे मेरी मुलाक़ात पुरानी सी लगती है,लगता है तू साथ था मेरे कई जन्मों से,उन किस्से-कहानियों में अपनी कहानी सी लगती है,देखूं जो कहीं नज़र उठा कर इस चमन को मैं,हर ज़र्रे में तेरी कहानी सी लगती है,करें जो बात हम धडकनों की अपनी,तो तेरे मिलने के बाद …
ना कह पाए हम कुछ,समझे थे दिल ने बयान किया सब कुछ,पढ़ न पाए इन आँखों को तुम,दे गए अनजाने में इतना दर्द तुम,वीरानी लगती है ये ज़िन्दगी,कैसे काटूँगा प्यार के बिना ये ज़िन्दगी,बातें करनी थी बहुत हमको,ना जाने तुमको देख के क्या हो जाता था हमको,इतनी अनकही बातें ना सुनकर,चली गयीं तुम यूँ मुझे …