Month: October 2020

वक़्त की हो धूप या तेज़ हो आँधियाँ,कुछ क़दमों के निशाँ कभी नहीं खोते,जिन्हें याद करके मुस्कुरा दें ये आँखें,वो लोग दूर होकर भी दूर नहीं होते.. तमन्ना करो जिन खुशियों को पाने की,दुआ है की वो खुशियाँ आपके क़दमों में हो,आपको वो सबकुछ हकीकत में मिले,जो कुछ भी आपके सपनो में हो.. दर्द में …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग ७ Read More »

बिन सावन बरसात नहीं होती,सूरज डूबे बिना रात नहीं होती,इसीलिए ए दोस्त किसी का दिल मत तोडना,क्यूंकि दिल के टूटने की आवाज़ नहीं होती.. क्यूँ ना आपके आने की आरज़ू रखें दिल में,आप कदम जहां रख दें,मिट्टियाँ महकती हैं,आपसे बिछड़े तो मुझे हो गयी है एक मुद्दत,अब भी मेरी साँसों में आपके हाथों की मेहंदियाँ …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग ६ Read More »

आपकी दोस्ती को एहसान मानते हैं,दोस्ती निभाना ईमान मानते हैं,और होंगे जो दोस्ती में जान देते हैं,हम तो दोस्त को ही अपनी जान मानते हैं.. दोनों आँखों में अक्सर देखा करते हैं,हम अपनी नींद तेरे नाम किया करते हैं,जब भी पलक झपके तुम्हारी,समझ लेना हम तुम्हें याद किया करते हैं.. तेरे दिल पर दस्तक कर …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग ५ Read More »

जानेमन दिल को लगाना तो बड़ा आसान है,रस्म-ए-उल्फत को निभाना बड़ा मुश्किल है,शीशा-ए-दिल को तोडना तो बहुत आसान है,इश्क में खुद को मिटाना बड़ा मुश्किल है.. वो प्यार जो हकीकत में प्यार होता है,ज़िन्दगी में एक बार होता है,निगाहों के मिलते ही दिल मिल जाए,ये इत्तेफाक सिर्फ एक बार होता है.. तुम्हारी दोस्ती का क्या …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग ४ Read More »

नसीबों के खेल अजीब होते हैं,चाहने वालों को आँसू ही नसीब होते हैं,कौन होना चाहता है अपनों से जुदा,पर अक्सर बिछड़ जाते हैं वो जो दिल के करीब होते हैं.. कुछ ज़ख्म ऐसे लगे दिल पर,जो कि फूलों पर सोया ना गया,दिल चुरा ले गयी वो मेरा,पर इन आँखों से रोया ना गया.. जानते हैं …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग ३ Read More »

कितना भी चाहो ना भुला पाओगे हमें,जितना दूर जाओगे,नज़दीक पाओगे हमें,मिटा सकते हो तो मिटा दो यादें मेरी,मगर क्या सपनों से जुदा कर पाओगे हमें.. हम आपको पलकों में नहीं बिठाएँगे,वहाँ तो सपने में बसते हैं,बिठाएँगे तो सिर्फ दिल में,क्यूंकि वहाँ तो सिर्फ अपने बसते हैं.. रोती हुई आँखों में इंतज़ार होता है,ना चाहते हुए …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग २ Read More »

तुम पावन प्रेम का प्याला हो,नैनों में जादू,देह से ज्वाला हो,पीता रहूँ मैं मय प्रेम कि उम्रभर,तुम सचमुच प्रेम कि मधुशाला हो.. मेरे दिल में धड़कती है तेरे दिल कि धड़कन,मेरी साँसों में महकता है तेरे बदन का चन्दन,तेरी आँखों के उजाले से है मेरी आँखें रोशन,तेरे प्यार में समर्पित है मेरा सारा जीवन.. हर …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग १ Read More »

1.करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले,हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले। 2.जो चाहा जब भी चाहा मिला वही मुझको,अब किसी बात का गिला नहीं मुझको 3.मत इंतज़ार कराओ हमे इतनाकि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जायेक्या पता कल तुम लौटकर …

कुछ अनकही शायरियाँ………भाग 5 Read More »

1.करनी है खुदा से गुजारिश तेरी दोस्ती के सिवा कोई बंदगी न मिले,हर जनम में मिले दोस्त तेरे जैसा या फिर कभी जिंदगी न मिले। 2.जो चाहा जब भी चाहा मिला वही मुझको,अब किसी बात का गिला नहीं मुझको 3.मत इंतज़ार कराओ हमे इतनाकि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जायेक्या पता कल तुम लौटकर …

कुछ अनकही शायरियाँ………भाग 4 Read More »

१.यादों की धुंध में तेरी परछाई सी लगती है,सन्नाटे में गूंजती शहनाई सी लगती है,तुम करीब हो तो अपनापन है,वरना सीने में साँस भी पराई सी लगती है॥ २.कहाँ कोई ऐसा मिला जिस पर दुनिया लुटा देते,हर एक ने धोखा दिया,किस-किस को भुला देते,अपने दिल का दर्द दिल में ही रखा,करते बयान तो महफ़िल को …

कुछ अनकही शायरियाँ………भाग 3 Read More »