Month: October 2020

तेरी ख़ुशी के लिए तेरा प्यार छोड़ चले,निकल के तेरे चमन से बहार छोड़ चले,सदा जो याद हमारी दिलाएगा तुझको,तेरे लिए वो दिल-ए-बेकरार छोड़ चले,उठा के लाश हम अपनी, खुद अपने कंधे पर,तड़पती आरजुओं का मज़ार छोड़ चले,हमे कुछ अपनी तबाही का ग़म नहीं लेकिन,मलाल ये है तुझे सो-गावर छोड़ चले…. इतना न तडपा कि …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—16 Read More »

सारे मंज़र बदल गए होंगे,आप हद्द से निकल गए होंगे,आग इतनी कहाँ थी फूलों में,हाथ शबनम से जल गए होंगे… जीने को तो जी रहे हैं उन के बगैर भी लेकिन,सजा-ए-मौत के मायूस कैदियों की तरह… कौन कहता है मुझे ठेस का एहसास नहीं,जिंदगी एक उदासी है जो तुम पास नहीं,मांग कर मैं न पियूं …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—15 Read More »

खुदा से मांगते तो मुद्दत गुज़र गयी,क्यूँ न मैं आज उसको उसी से मांग लूं…. उसको खुदा से इतनी बार माँगा है,की अब तो हम सिर्फ हाथ उठाते हैं,तो सवाल फ़रिश्ते खुद ही लिख लेते हैं…. वो रूठते रहे,हम मनाते रहे,उनकी राहों में पलकें बिछाते रहे,उन्होंने कभी पलट कर भी न देखा,हम आँख झपकाने से …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग १४ Read More »

आज भी उनकी नज़रों में राज़ वो ही था,चेहरा वो ही था,चेहरे का लिबास वो ही था,कैसे उनको मैं बेवफा कह दूं यारों,आज भी उनके देखने का अंदाज़ वो ही था……….. भीगी आँखों से मुस्कुराने का मज़ा कुछ और है,हँसते-हँसते पलके भिगोने का मज़ा कुछ और है,बात कहके तो कोई भी समझा सकता है,ख़ामोशी को …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग १३ Read More »

चाँद के बिना अधूरी रात रह जाती है,याद कुछ हसीं मुलाक़ात रह जाती है,सच है ज़िन्दगी कभी रूकती नहीं,वक़्त निकल जाता है पर बात रह जाती है…. ए काश बेवफाई हम भी कर पाते,भूल जाने के खेल हम भी खेल पाते,उन्होंने दिल पर चोट कुछ ऐसी की,आँसू को छिपा कर काश हम भी रो पाते… …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग १२ Read More »

हसरत है तुझे सामने बैठे देखूँ,मैं तुझसे मुखातिब हूँ,तेरा हाल भी पूछूँ,तू अश्क बनके मेरी आँखों में समां जा,मैं आइना देखूँ तो तेरा ही अक्स देखूँ… कौन कहता है मुझे दर्द का एहसास नहीं,ज़िन्दगी उदास है जो तू मेरे पास नहीं,मैं मांग के न पियूँ,मगर ऐसा तो नहीं की मुझे प्यास नहीं…. अपनों को जब …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग ११ Read More »

ज़िन्दगी काँटो भरा सफ़र है,हौसले ही उसकी पहचान है,रास्ते पर तो सभी चलते है,जो रास्ता बनाये वो इंसान है… थी उम्मीद खुशियों की उनसे,मगर वो भी हमें ग़म दे गए,उन्हें मालूम था की हम उनके बिना मर जायेंगे,फिर भी हमें जीने की क़सम दे गए… अदा उनकी थी ओर दीवाने हम बने,वफ़ा वो ना कर …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग १० Read More »

यादें कभी बेवफा नहीं होती,सूरज डूबे बिना रात नहीं होती,कभी दिल मत तोडना किसी का,क्यूंकि दिल के टूटने की आवाज़ नहीं होती.. हर एक सजदा मक़बूल-ए-खुदा हो जाए,आपकी दुआ के संग रब की रज़ा हो जाए,ज़िन्दगी में मिलें आपको वो खुशियाँ,की हज़ारों साल तक ग़म आपसे खफा हो जाए…. ज़िन्दगी के हर मोड़ पर सुनहरी …

कुछ अनकही शायरियाँ………भाग 9 Read More »

आज हर एक पल खूबसूरत है,यादों में आपकी ही सूरत है,कुछ भी कहें यह दुनिया वाले ग़म नहीं,दुनिया से ज्यादा हमको आपकी ज़रुरत है…. हर सपने को अपनी साँसों में रखो,हर मंजिल को अपनी बाहों में रखो,हर जीत आपकी है बस,अपने लक्ष्य को अपनी निगाहों में रखो… खुशबू माँगी थी खुदा से,वो हमें लाजवाब फूल …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग ९ Read More »

कुछ रिश्ते ऊपरवाला बनाता है,कुछ रिश्ते लोग बनाते हैं,पर कुछ लोग बिना किसी रिश्ते के ही रिश्ता निभाते हैं,शायद वही लोग दोस्त कहलाते हैं… सामने हो मंजिल तो कदम ना मोड़ना,जो मन में हो वो ख्वाब ना छोड़ना,हर कदम पर मिलेगी कामयाबी तुम्हे,बस सितारे छूने के लिए कभी ज़मीन ना छोड़ना.. ज़िन्दगी कि कश्ती कब …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी…..भाग ८ Read More »