Month: October 2020

हमने छोड़ा था ज़माना जिसे पाने के लिए,लो,उसी ने हमें छोड़ दिया ज़माने के लिए… ना खुशियाँ साथ हैं,ना मोहब्बत पास है,मेरी ज़िन्दगी के हर पल को तन्हाई रास है,गिला भी करें अगर तो हम किस से करें,उसी ने रुलाया जो मेरे लिए सबसे ख़ास है… बड़ी ख्वाहिश थी प्यार में आशियाँ बनाने की,बना लिया …

शायरी(०५-०४-२०१४) Read More »

सो जाइये पलकों में लेकर सपने ढेर सारे,आपको करें सलाम ये चाँद और तारे,खुद से दुआ करेंगे आज की रात कि,पूरे हों आपकी आँखों के ख्वाब सारे… रात आती है सितारे लेकर,नींद आती है सपने लेकर,हमारी दुआ है की अगली सुबह आये,आपके लिए बहुत सारी खुशियाँ लेकर… उसकी चाहत ने मुझे रुलाया बहुत,उसकी यादों ने …

शायरी(०३-०३-२०१४) Read More »

अब उनकी चाहत में ये नौबत आ गयी,ठंडी हवा भी आज हमें जला गयी,कहती है आप यहाँ तड़पते ही रह गए,मैं तुम्हारे सनम को छू कर भी आ गयी… सारे शिकवे जनाब तेरे हैं,दिल पे सारे अज़ाब तेरे हैं,तुम याद आओ तो नींद नहीं आती,नींद आये तो सारे ख्वाब तेरे हैं… परछाई आपकी हमारे दिल …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—35 Read More »

रिश्तों का विश्वास टूट ना जाए,दोस्ती का साथ छूट ना जाए,ऐ खुद गलती करने से पहले मुझे रोक लेना,कहीं मेरी गलती से मेरा दोस्त मुझसे रूठ ना जाए… हमारी आवाज़ उन्हें सुनाई नहीं देती,अब तो दूर तक कोई उम्मीद दिखाई नहीं देती,परवाह है उन्हें सब लोगों की,बस हमारी ही तन्हाई उन्हें दिखाई नहीं देती… ठोकर …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—34 Read More »

रंगों में घुली लड़की क्या लाल-गुलाबी है,जो देखता है कहता है क्या माल गुलाबी है,पिछले बरस तूने जो भिगोया था होली में,अब तक निशानी का वो रुमाल गुलाबी है… धुप तेज़ है,पास साया भी नहीं,दर्द ऐसा है की रोना आया भी नहीं,तेरे सिवा किसी को मैंने अपना माना भी नहीं,क्यूंकि किसी को आप जैसा रब …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—33 Read More »

यादों के इस भंवर में एक पल मेरा भी हो,फूलों के इस चमन में एक गुल मेरा भी हो,खुदा करे की जब आप याद करें अपनों को,तो उनमे एक नाम मेरा भी हो… मिली ज़िन्दगी ही ऐसी की ज़िन्दगी भी रो पड़ी,तेरी तलाश में ज़ालिम सज़ा भी रो पड़ी,तुझे टूट कर चाहा और इतना चाहा,कि …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—32 Read More »

तूफ़ान में किनारे मिल जाते हैं,ज़िन्दगी में सहारे मिल जाते हैं,कोई चीज़ ज़िन्दगी से प्यारी नहीं होती,पर कुछ लोग ज़िन्दगी से भी प्यारे मिल जाते हैं… प्यार के उजाले में ग़म आता क्यूँ हैं,जिसको हम चाहते हैं,वो ही हमें रुलाता क्यूँ है,अगर वो मेरा नसीब बन कर आय है,तो वो मेरी दुनिया को हमारी दुनिया …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—31 Read More »

उठाते हैं जब ये हाथ दुआ को,रब से तेरे लिए ही फ़रियाद करते हैं,तुम हमें भुला भी दो तो क्या,हम तो तुम्हे हर पल याद किया करते हैं… नाराज़ होना आपसे हमारी गलती कहलाएगी,अगर आप हमसे नाराज़ हुए तो ये सांसें थम जायेंगी,हँसते रहना हमेशा आप,आपकी हँसी से हमारी ज़िन्दगी सँवर जायेगी… बाटी करके रुला …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—30 Read More »

दोस्तों की हर पल याद सताती है,वो गुज़रा पल,वो मस्ती बहुत याद आती है,हम तो फिर से जीना चाहते हैं उन पलों को,पर वो हसीं ज़िन्दगी फिर कहाँ लौट के आती है… साँस लेने से भी तेरी याद आती है,हर साँस में तेरी खुशबू बस जाती है,कैसे कहूँ कि साँस से मैं जिंदा हूँ,जबकि हर …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—29 Read More »

ना वो आ सके,और ना हम कभी जा सके,ना ही दर्द दिल का किसी को सुना सके,बस बैठे हैं यादों में उनकी,ना उन्होंने हमें याद किया,ना ही हम उन्हें भुला सके…. इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,रातें काटते हैं ले लेकर नाम तेरा,मुद्दत से बैठे हुए हैं ये आस पाले,शायद अब आ जाए कोई पैग़ाम …

महफ़िल-ए-शेर-ओ-शायरी—28 Read More »