तेरे बारे में……..

तेरे बारे में जब सोचा नहीं था,
मैं तनहा था मगर इतना नहीं था,
तेरी तस्वीर से करता था बातें,
क्यूंकि मेरे कमरे में आइना नहीं था,
समंदर ने मुझे प्यासा ही रखा,
मैं जब सेहरा में था,प्यासा नहीं था,
मनाने-रूठने के खेल में ,
हम बिछड़ जायेंगे यह सोचा नहीं था,
सुना है कि बंद कर ली उसने आँखें,
कई रातों से वोह सोया नहीं था !!

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