शायरी(१९-०१-२०१४)

नज़रअंदाज़ करते हो,लो हट जाते हैं नज़रों से,
इन्ही नज़रों से ढूंढोगे,नज़र जब हम ना आयेंगे…

यही तो खूबसूरत दोस्ती का नाता है,
जो बिना किसी शर्त के जिया जाता है,
रहे दुनिया दरम्यान तो परवाह नहीं,
दोस्त तो हर पल दिल में बसाया जाता है…

तरसती नज़रों कि प्यास हो तुम,
तड़पते दिल कि आस हो तुम,
बुझती ज़िन्दगी कि साँस हो तुम,
फिर कैसे न कहूँ कि कुछ ख़ास हो तुम…

जो हो गया उसे सोचा नहीं करते,
जो मिल गया उसे खोया नहीं करते,
हासिल उन्ही को होती है सफलता,
जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते…

तुम हो तो सारे मौसम अच्छे लगते हैं,
प्यार में तुम्हारे सारे गिले अच्छे लगते हैं,
बहुत दूर तक जाना मगर लौट के आ जाना,
मुझे तुमसे तुम्ही तक के फ़ासले अच्छे लगते हैं…

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