नारी श्रंगार का एक महत्वपूर्ण अंग है मेहंदी। शादी में दूल्हा और दुल्हन को मेहंदी लगाने की परंपरा है। साथ ही हर खुशी के अवसर पर महिलाएं, युवतियां, लड़कियां मेहंदी जरूरी लगाती हैं। आजकल तो मेहंदी एक फैशन की तरह ट्रेंड में आ गई है। सामान्यत: बिना किसी विशेष अवसर के भी लड़कियों के हाथों में लगी मेहंदी दिखाई देती है। मेहंदी को मात्र सौंदर्य बढ़ाने का स्रोत माना जाता है।आखिर हर खुशी के मौके पर मेहंदी लगाने की परंपरा शुरू क्यों की गई? इसके पीछे भी कई कारण हैं। जैसे:
– मेहंदी एक औषधि है।
– मेहंदी के लगाने से त्वचा संबंधी कई रोग दूर हो जाती है।
– मेहंदी के लगाने से त्वचा की खुश्की दूर हो जाती है।
– मेहंदी की तासीर ठंडी होती है। अत: मेंहदी का प्रयोग गर्मी से राहत पाने के लिए भी किया जाता है।