लोग हैं|

तू अपनी खूबियां ढूंढ,

कमियां निकालने के लिए

लोग हैं|



अगर रखना ही है कदम तो आगे रख,

पीछे खींचने के लिए

लोग हैं|



सपने देखने ही है तो ऊंचे देख,

नीचा दिखाने के लिए

लोग हैं|



अपने अंदर जुनून की चिंगारी भड़का,

जलने के लिए

लोग हैं|



अगर बनानी है तो यादें बना,

बातें बनाने के लिए

लोग हैं|



प्यार करना है तो खुद से कर,

दुश्मनी करने के लिए

लोग है|



रहना है तो बच्चा बनकर रह,

समझदार बनाने के लिए

लोग है|



भरोसा रखना है तो खुद पर रख,

शक करने के लिए

लोग हैं|



तू बस सवार ले खुद को,

आईना दिखाने के लिए

लोग हैं|



खुद की अलग पहचान बना,

भीड़ में चलने के लिए

लोग है|



तू कुछ करके दिखा दुनिया को,

तालियां बजाने के लिए

लोग हैं|..

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