एक व्यंग

💮 यह नदियों का मुल्क है,

पानी भी भरपूर है।

बोतल में बिकता है,

बीस रू शुल्क है।



💮 यह गरीबों का मुल्क है,

जनसंख्या भी भरपूर है।

परिवार नियोजन मानते नहीं,

जबकि नसबन्दी नि:शुल्क है।



💮 यह अजीब मुल्क है,

निर्बलों पर हर शुल्क है।

अगर आप हों बाहुबली,

हर सुविधा नि:शुल्क है।



💮 यह अपना ही मुल्क है,

कर कुछ सकते नहीं।

कह कुछ सकते नहीं,

जबकि बोलना नि:शुल्क है।



💮 यह शादियों का मुल्क है,

दान दहेज भी खूब हैं।

शादी करने को पैसा नहीं,

जबकि कोर्ट मैरिज नि:शुल्क हैं।



💮 यह पर्यटन का मुल्क है,

बस/रेलें भी खूब हैं।

बिना टिकट पकड़े गए तो,

रोटी कपड़ा नि:शुल्क है।



💮 यह अजीब मुल्क है,

हर जरूरत पर शुल्क है।

ढूंढ कर देते हैं लोग,

पर सलाह नि:शुल्क है।



💮 यह आवाम का मुल्क है,

रहकर चुनने का हक है।

वोट देने जाते नहीं,

जबकि मतदान नि:शुल्क है।



💮 :बेचारा आदमी:

जब सर के बाल न आये तो दवाई ढूँढता है..,

जब आ जाते है तो नाई ढूँढता है..,

और जब काले रहते हैं तो लुगाई ढूँढता है ।

जब सफ़ेद हो जाते है तो फिर डाई ढूँढता है…!

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